टीका एक्सप्रेस में दौड़ रही गाड़ियां अनफिट हैं। किसी का फिटनेस खत्म हो गया है तो कोई बिना बीमा के टीका लेकर दौड़ रही है। यह चौंकाने वाला खुलासा दैनिक भास्कर की पड़ताल में हुआ है। CM नीतीश कुमार ने 3 जून को बिहार के 38 जिलों के 1437 वार्ड में वैक्सीनेशन के लिए गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। भास्कर ने जब गाड़ियों की पड़ताल की तो वह गाड़ी भी अनफिट मिली जिसे कोरोना जांच के मॉडल के लिए सजाया गया था।

38 जिलों के लिए लगाई गई 121 गाड़ियां

बिहार के 38 जिलों के 18 नगरपालिका और 20 नगर परिषद के कुल 1437 शहरी वार्ड में रह रहे लगभग 88.38 लाख लोगों के टीकाकरण के लिए सरकार ने टीका एक्सप्रेस चलाई है। वार्ड में कैंप लगाकर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के लिए ही टीका एक्सप्रेस चलाया गया है। इसके लिए 40 गाड़ियों की व्यवस्था यूनिसेफ की तरफ की गई है जबकि 81 गाड़ियां केयर इंडिया की तरफ से दी गई है। 3 जून को काफी जोर-शोर से वाहनों को रवाना किया गया। पटना में 40 गाड़ियों को लगाया गया है, जबकि अन्य जिलों में 81 गाड़ियां भेजी गई हैं।

पड़ताल में गाड़ियों की खुली पोल

दैनिक भास्कर ने जब पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि कई गाड़ियों का बीमा और प्रदूषण दोनों खत्म हो गई है। इसके बाद भी उन्हें टीका एक्सप्रेस में लगाया गया है। पटना से रवाना होने वाली कई गाड़ियों की पड़ताल में यह सामने आया है कि टीका एक्सप्रेस में शामिल करने से पहले गाड़ियों के कागजात की पड़ताल नहीं की गई है। ऐसे में सवाल गाड़ियों को हायर करने वालों पर खड़ा हो रहा है।

यह तो महज बानगी भर है

  • BR 01PJ 8201 नंबर की स्कार्पियो का बीमा 12 दिसंबर 2020 को ही खत्म है।
  • BR 01PH 9437 नंबर की स्कार्पियो का बीमा 29 नवंबर 2019 को ही खत्म है।
  • BR 01PH 5181 नंबर की स्कार्पियो का बीमा 10 मार्च 2018 को खत्म हो गया है।
  • BR01PH 5451 नंबर की स्कार्पियो का बीमा 23 फरवरी 2018 को ही खत्म है।
  • BR01PK 0636 नंबर की स्कॉर्पियो का बीमा 16 अप्रैल 2020 को खत्म है, प्रदूषण भी नहीं है।
  • BR 01PJ 8743 नंबर की स्कार्पियो का बीमा 18 फरवरी 2020 को ही खत्म हो गया है।

प्रदूषण नहीं तो 10 हजार का जुर्माना

टीका एक्सप्रेस में शामिल गाड़ियों को आम आदमी लेकर सड़क पर निकल जाए तो बड़ा जुर्माना होगा। प्रदूषण नहीं होने वाली गाड़ियों पर सरकार का बड़ा टैक्स है। ऐसी गाड़ियों से 10 हजार रुपए जुर्माना वसूला जाता है। जबकि जिन गाड़ियाें का बीमा नहीं है उनसे 2 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाता है। यातायात पुलिस ऐसी गाड़ियों पर नकेल कसने के लिए हमेशा एक्टिव रहती है, लेकिन टीका एक्सप्रेस की गाड़ियों की जांच करना आसान नहीं है। वह ऐसी काम में लगाई गई हैं, जिससे उन्हें रोका ही नहीं जा सकता है।

ऐसी गाड़ियों से बड़ा खतरा

मोटर वैहिकल एक्ट के तहत ऐसी गाड़ियों से बड़ा खतरा है। इन गाड़ियों से कोई दुर्घटना होती है तो जिसके साथ घटना होती है और वाहन स्वामी दोनों की मुश्किल बढ़ जाएगी। ऐसे मामलों में पुलिस का शिकंजा भी काफी सख्त होता है, क्योंकि वाहन स्वामियों द्वारा कई नियम को तोड़ा गया है।

बिना जांच के कैसे दे दी अनुमति

अब सवाल यह है कि संबंधित एजेंसियों ने बिना गाड़ियों के कागजात जांचे कैसे उन्हें इस काम में लगा दिया। कभी भी गाड़ियां हायर की जाती हैं तो पहले संबंधित वाहन के कागजात चेक किए जाते हैं। विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान प्रशासन बड़ी संख्या में गाड़ियों को हायर करता है। गाड़ियों को चुनाव में लगाने से पहले संबंधित गाड़ियों के कागजात की अच्छी तरह से जांच की जाती है फिर उन्हें लगाया जाता है। टीका एक्सप्रेस में लगाई गई गाड़ियों को लेकर सवाल पर कोई भी जिम्मेदार जवाब देने वाला नहीं है।

Input: Dainik bhaskar

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