बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी अपने बयानों को लेकर चर्चे में रहते हैं। अपने बयानों की वजह से अपनी सहयोगी पार्टी के निशाने पर भी आते हैं। हाल ही मांझी ने भगवान राम को लेकर जो बयान दिया था उसपर अभी सियासी वार पलटवार का दौर खत्म भी नहीं हुआ था कि पूर्व मुख्यमंत्री ने एक और बयान देकर सियासी पारा चढ़ा दिया है। जीतन राम मांझी ने धार्मिक जुलूसों (शोभायात्राओं) को देश की एकता के लिए खतरनाक बताया है। उन्होंने धार्मिक जुलूसों को रोकने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने ट्वीट में टैग भी किया है।
हर तरह के धार्मिक जुलूस पर रोक कर मांग
जीतन राम मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि अब वक्त आ गया है, जब देश में हर तरह के धार्मिक जुलूस पर रोक लगा दी जाए। धार्मिक जुलूसों के कारण देश की एकता और अखंडता खतरे में पड़ती दिखाई दे रही है। इसे तुरंत रोकना होगा।
भगवान राम को लेकर दिया था विवादित बयान
गौरतलब है कि जीतन राम मांझी अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही मैं उन्होंने भगवान राम को लेकर फिर से विवादित बयान दिया था। जिसके बाद एनडीए में सहयोगी बीजेपी ने उनपर जोरदार हमला किया था। भगवान राम पर दिए बयान पर हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज ने मांझी को धरती का बोझ तक बता दिया था। उन्होंने कहा था कि मांझी को भारत के इतिहास और संस्कृति की समझ नहीं है। वहीं बिाहर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने मांझी के बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि मांझी को अपने दिमाग का इलाज कराना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि मांझी को अपना नाम भी बदल लेना चाहिए। वहीं बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा था कि मांझी को अपने नाम से राम हटाकर राक्षस कर लेना चाहिए।