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मोदी ने नामांकन दाखिल किया, डोम राजा और मदन मोहन मालवीय की मुंहबोली बेटी बनीं प्रस्तावक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी लोकसभा सीट से दूसरी बार पर्चा भरा। डोमराजा जगदीश चौधरी, मदन मोहन मालवीय की मुंहबोली बेटी अन्नपूर्णा शुक्ला, कृषि वैज्ञानिक राम शंकर पटेल और संघ कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता मोदी के प्रस्तावक बने। इस दौरान एनडीए के सात सहयोगी दलों के प्रमुख नेता भी मौजूद रहे। मोदी ने अन्नपूर्णा शुक्ला और प्रकाश सिंह बादल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
कलेक्टोरेट पहुंचने से पहले मोदी ने काल भैरव मंदिर में पूजा की। मोदी के नामांकन भरने के दौरान एनडीए का शक्ति प्रदर्शन नजर आया। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल, अन्नाद्रमुक नेता ओ पन्नीरसेल्वम और थम्बीदुरई, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल और एनडीपीपी नेता और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो बनारस पहुंचे। इन सभी का भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने स्वागत किया। भाजपा की तरफ से शाह के अलावा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उत्तरप्रदेश के प्रभारी जेपी नड्डा, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मौजूद रहे।
मोदी ने कहा- सबसे ज्यादा वोटों से जीत भले न मिले, लोकतंत्र जीतना चाहिए
नामांकन से पहले बूथ अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा- मोदी सबसे ज्यादा वोट से जीते या न जीते, लोकतंत्र जीतना चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि काशी को तो कल ही जीत लिया। उनका इशारा गुरुवार को उनके द्वारा किए गए मेगा रोड शो में उमड़े जनसैलाब की ओर था। प्रधानमंत्री ने कहा- मैं गंदी से गंदी चीज को भी खाद बनाता हूं और इसमें कमल खिलाता हूं।
मोदी ने आगे कहा कि वाराणसी का चुनाव ऐसा होना चाहिए कि देश के पॉलिटिकल पंडितों को उस पर किताब लिखने का मन कर जाए। हर किसी का दिल जीतना है। हमारा केंद्र बिंदु मतदाता होना चाहिए। न मोदी होना चाहिए, न प्रतिस्पर्धी होना चाहिए। इसी एक बात को लेकर आप चलेंगे।
गुरुवार को रोड शो और गंगा आरती की थी
मोदी ने गुरुवार को वाराणसी में सात किमी लंबा रोड शो किया था, जो दशाश्वमेध घाट पर खत्म हुआ। मोदी यहां गंगा आरती में शामिल हुए। आरती के बाद मोदी ने गंगा की पूजा-अर्चना भी की। मोदी ने रोड शो के बाद एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, ”पांच वर्ष पहले जब काशी की धरती पर मैंने कदम रखा था, तब कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। गंगा ने ऐसा दुलार दिया, काशी के बहन-भाइयों ने इतना प्यार दिया कि बनारस के फक्कड़पन में ये फकीर भी रम गया।आपके प्यार और अधिकार का मतलब ये हुआ कि आपने चुनाव संभाल लिया। विजय के बाद आपका धन्यवाद करने आऊंगा।”
वाराणसी से कांग्रेस ने अजय राय और सपा ने शालिनी यादव को दिया टिकट
मोदी ने 2014 के आम चुनाव में पहली बार वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था। दूसरी सीट वडोदरा थी। दोनों सीटों पर मोदी बड़े अंतर से जीते थे। बाद में उन्होंने वडोदरा सीट छोड़ दी थी। मोदी इस बार सिर्फ वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने यहां 2014 में प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक अजय राय को फिर मैदान में उतारा है। वहीं, सपा-बसपा गठबंधन ने शालिनी यादव को टिकट दिया है। शालिनी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. श्यामलाल यादव के परिवार से हैं।
Input : Dainik Bhaskar
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जमीन व फ्लैट के निबंधन में एक जून से गवाह की जरूरत नहीं

बिहार में जमीन, फ्लैट, मकान समेत अन्य के निबंधन का प्रावधान 1 जून से बदल जाएगा। अब निबंधन में गवाह की अनिवार्यता समाप्त होने जा रही है। किसी तरह के निबंधन में दो या चार गवाहों को लाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, न क्रेता को और न ही बिक्रेता को।
इस नए प्रावधान के तहत निबंधन कार्यालय में सिर्फ जमीन या फ्लैट खरीदने और बेचने वाले ही आएंगे। इस नए नियम को बहाल करने को लेकर उत्पाद, मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। साथ ही संबंधित कंपनी को सॉफ्टवेयर में अहम बदलाव करने को भी कहा है। इसके लिए 1 जून तक की डेटलाइन दी गई है। इस बदलाव से अब सिर्फ जमीन-फ्लैट के क्रेता या खरीदने वाले को अपना-अपना आधार नंबर देना होगा और इसे बायोमीट्रिक प्रणाली के जरिए वैध करना होगा।
राज्य में 137 निबंधन कार्यालय हैं। इन सभी में रोजाना औसतन 5 हजार निबंधन होते हैं। नई प्रणाली से भीड़ कम होगी और राजस्व बढ़ेगा।
इसलिए समझा जा रहा है यह जरूरी
निबंधन कार्यालयों में जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री के दौरान लोगों की नाहक होने वाली भीड़ को कम करना मकसद है। एक रजिस्ट्री में चार या इससे अधिक गवाह होने से काफी संख्या में लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे कार्यालय का कामकाज भी बाधित होता है और प्रक्रिया में समय भी अधिक लगता है। कई मामलों में गवाह जुटाने में भी कई बिचौलियों किस्म के लोग काफी सक्रिय रहते हैं। इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए यह नई प्रणाली बहाल की जा रही है।
Source : Hindustan
BIHAR
नीतीश निर्देश- मास्क लगाएं, अस्पताल अलर्ट रहें; केंद्र वैक्सीन नहीं दे रहा तो खरीदें…

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने राज्य में कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति तथा विभाग द्वारा की गयी तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले दो-तीन दिनों से बिहार में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। बिहार में अभी भी प्रतिदिन कोरोना की बड़ी संख्या में टेस्टिंग हो रही है। अभी पूरे देश में कोरोना की जितनी जांच हो रही है उसकी एक तिहाई जांच बिहार में हो रही है। देश में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 6 लाख के करीब है जबकि बिहार में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच 8 लाख से ज्यादा हो रही है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि पूरे राज्य में अधिक से अधिक टेस्टिंग करायें। जितनी अधिक जांच होगी, कोरोना संक्रमण के मामलों का पता चलेगा । कोरोना के मामले घटे या बढ़े कोरोना की निरंतर जांच जारी रखें। अस्पतालों में मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था रखें। अस्पतालों में सभी प्रकार की दवायें एवं उपकरण उपलब्ध रखें । ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोग मास्क का प्रयोग करें। सभी को अलर्ट और एक्टिव रहना होगा। राज्य के सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करायें एवं सभी प्रकार की तैयारियां रखें। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना की
वैक्सीन उपलब्ध नहीं करायी जा रही है, इसको ध्यान में रखते हुये राज्य सरकार अपनी तरफ से कोरोना वैक्सीन खरीदकर लोगों का टीकाकरण जारी रखेगी।
बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।
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मुजफ्फरपुर शहर से हटाए गए चार हजार बैनर-पोस्टर

मुजफ्फरपुर : शहर से अवैध बैनर-पोस्टरों को हटाने का अभियान मंगलवार से शुरू हो गया। पहले दिन नगर निगम की टीम ने कंपनीबाग, मोतीझील, हरिसभा चौक,इमलीचट्टी, बटलर रोड व अन्य इलाकों में चार हजार से अधिक बैनर-पोस्टर हटाए। पोल व अन्य जगहों पर लगाए गए बैनर-पोस्टर को हटाने के बाद ट्रैक्टर में लोडकर डंप कर दिया गया।
सड़कों पर लगाए गए बैनर-पोस्टर पर धूल जमा हो जाती है। इस कारण हवा चलने या बड़े वाहनों के गुजरने पर सड़क के साथ बैनर-पोस्टर पर जमा धूल भी उड़ने लगती है। हालात की गंभीरता को देखकर नगर आयुक्त के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है। नगर आयुक्त नवीन कुमार के मुताबिक, अवैध तरीके से लगाए गए बैनर-पोस्टर को हटाया जा रहा है।
Source : Hindustan
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