INDIA
बढ़ी सिद्धू की मुश्किल, पंजाब की आधी कैबिनेट हुई खिलाफ, जल्द लग सकता है बड़ा झटका
पंजाब के फायर ब्रांड नेता व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से विवाद के मामले में उनके समर्थन में तो कोई नहीं आ रहा है, अलबत्ता उनका विरोध पार्टी और कैबिनेट में बढ़ता जा रहा है। सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने वाले मंत्रियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब तक छह मंत्रियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर ने भी सिद्धू पर हमला किया है। दूसरी ओर कयास लगाए जा रहे हैं कि सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद बड़ा कदम उठा सकती है। ऐसे में सिद्धू के लिए राजनीतिक तौर पर मुश्किल काफी बढ़ सकती है।
रंधावा, मोहिंदरा, बाजवा, आशु व धर्मसोत के बाद उद्योग मंत्री अरोड़ा ने भी मोर्चा खोला
उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा है कि सिद्धू के खिलाफ पार्टी को एक्शन लेना चाहिए। इसके साथ ही छह मंत्री सिद्धू से इस्तीफा मांग चुके हैं, बाकी मंत्रियों ने चुप्पी साध रखी है। दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी का कहना है कि इस मुद्दे पर लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ही विचार किया जाएगा। यह मामला पहले ही पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की जानकारी में आ चुका है।
अधूरा रहा ‘मिशन 13’ तो सिद्धू पर ठीकरा फूटना लगभग तय
दूसरी ओर साफ लगता है कि पंजाब में कांग्रेस का ‘मिशन 13’ पूरा नहीं हुआ तो इसका ठीकरा नवजोत सिद्धू पर ही फूटेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व चुनाव मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन लाल सिंह ने तो इसके संकेत भी दिए हैं। जानकारों का है कि पंजाब कैबिनेट में सिद्धू के खिलाफ नाराजगी जिस तरह बढ़ रही है तो सिद्धू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई तय लग रही है। सिद्धू इससे पहले भी अपने बयानों के कारण इसी तरह का माहौल बनाते रहे हैं, लेकिन बाद में खेद जताकर बच जाते थे। हालांकि, इस बार हालात अधिक गंभीर दिख रहे हैं।
चार मंत्रियों मंत्री बलबीर सिद्धू, चन्नी, अरुणा, रजिया ने साधी चुप्पी
अब तक सिद्धू के खिलाफ कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, साधू सिंह धर्मसोत, सुखजिंदर रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, भारत भूषण आशु खुलकर सामने आ चुके हैं। अब उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने भी सिद्धू पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सिद्धू की बयानबाजी से कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से राज्य की खुशहाली और कानून की बहाली के लिए लिए गए फैसले सराहनीय हैं। चूंकि सिद्धू भी कैबिनेट मंत्री हैं, इसलिए जो भी फैसले लिए गए हैं, उसमें सिद्धू भी बराबर के हिस्सेदार हैं।
अरोड़ा ने कहा कि अगर सिद्धू किसी फैसले से सहमत नहीं हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने जिस तरह से बयानबाजी की है, उससे पंजाब के लोगों और कांग्रेस वर्करों को काफी ठेस पहुंची है। लिहाजा पार्टी हाईकमान सिद्धू के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। पार्टी हाईकमान सिद्धू के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। दूसरी तरफ बलबीर सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी, अरुणा चौधरी, रजिया सुल्ताना जैसे कैबिनेट मंत्रियों ने इस पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है।
दूसरी ओर, बताया जाता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच तकरार का मामला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पास पहुंच गया है। अब नवजोत सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू की शिकायत दिल्ली दरबार में किए जाने की सूचना है। बठिंडा में दिए सिद्धू के भाषण और उनकी पत्नी की टिप्पणियों की वीडियाे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा गया है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के कैप्टन अमरिंदर सिंह व अन्य वरिष्ठ पार्टी के नेताओं के खिलाफ दिए गए तमाम बयानों की वीडियो क्लिप पंजाब कांग्रेस की ओर से कांग्रेस आलाकमान को भेजी गई है। बताया जाता है कि पंजाब कांग्रेस की ओर से भेजी रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धू दंपती ने मीडिया में और सार्वजनिक मंचों से खुले तौर पर बयान देकर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया है।
आशा कुमारी का कहना है कि कांग्रेस में इस तरह के विवाद होने पर प्रदेश प्रधान से रिपोर्ट ली जाती है। चूंकि प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ अभी चुनावी प्रक्रिया में व्यस्त हैं, अत: चुनाव परिणाम आने के बाद ही उनसे रिपोर्ट तलब की जाएगी।
जाखड़ ने साधी चुप्पी
इन सबके बीच पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पूरे मामले में चुप्पी साध रखी है। वह अभी तक मीडिया के सामने नहीं आए हैं। इससे पहले भी सिद्धू जब विवादों में फंसे हैं जाखड़ ने उन्हें इससे निकालने की कोशिश की है, लेकिन इस बार सिद्धू का बचाव करना उनके लिए भी आसान नहीं लग रहा।
सिद्धू का बयान व टाइमिंग दोनों गलत : लाल सिंह
पंजाब कांग्रेस चुनाव मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन लाल सिंह ने कहा कि सिद्धू का बयान व टाइमिंग दोनों गलत है। अगर पार्टी मिशन 13 से पिछड़ती है तो इसका कारण सिद्धू द्वारा की गई बयानबाजी ही होगी। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने प्रदेश की सभी 13 सीटें जीतने का लक्ष्य तय कर रखा है।
सिद्धू की अपनी ही समस्या : परनीत
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बाद उनकी पत्नी परनीत कौर ने भी सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू को पब्लिक में बयान नहीं देना चाहिए था, उन्हें हाईकमान से बात करनी चाहिए थी। सिद्धू की अपनी ही समस्या है। परनीत के इस बयान से स्पष्ट है कि चुनाव नतीजे यदि अनुकूल नहीं आते हैं तो सिद्धू को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
बता दें, लोकसभा चुनाव में पंजाब में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 17 मई को नवजोत सिंह सिद्धू ने बठिंडा में कांग्रेस प्रत्याशी अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला कर दिया था। इसके बाद पंजाब कांग्रेस में भूचाल आ गया।
सिद्धू ने कहा था, कोई बोलता है कि अगर सभी 13 सीटें हार गए तो इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन मैं कहता हूं कि अगर बेअदबी करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। बहुत देख लीं राज्यसभा की सदस्यताएं एवं मंत्री पद। उल्लेखनीय है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पंजाब की सभी 13 सीटों पर हार गई तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। सिद्धू ने इशारों में बादल परिवार और कैप्टन अमरिंदर सिंह में मिलीभगत का भी आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि फ्रेंडली मैच खेलने वालों को हराएं।
Input : Dainik Jagran
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‘हादसा विचलित करने वाला, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा’, बालासोर में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा हादसे के हालात की समीक्षा के लिए शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा भाजपा ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए। इनमें मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल रहे।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा प्रधानमंत्री
बालासोर, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ओडिशा रेल दुर्घटना के लिए दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मोदी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों से अस्पताल में मुलाकात की। वहीं, दुर्घटनास्थल पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री ने अस्पताल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार मुहैया कराएंगे। उन्होंने लोगों को बचाने में मदद के लिए स्थानीय लोगों का भी आभार व्यक्त किया, जिनमें से कई लोगों ने रातभर काम किया। हादसे के बारे में उन्होंने कहा, मेरे पास पीड़ा व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। ईश्वर हमें इस स्थिति से उबरने की शक्ति दे। पीएम ने घटनास्थल से कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर बात की। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टर बालासोर और कटक भेजे गए हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा हादसे के हालात की समीक्षा के लिए शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा भाजपा ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए। इनमें मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल रहे।
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साक्षी को 34 चाकू मारने वाले साहिल को नहीं पछतावा, बोला- सिखाया सबक

दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में 16 साल की लड़की साक्षी को 34 बार चाकू मारकर पत्थर से कुचलने वाले हैवान साहिल खान को अपनी करतूत पर कोई पछतावा नहीं है। साहिल का कहना है कि उसने साक्षी को सबक सिखा दिया है। पूछताछ में साहिल ने कुछ वेबसीरीज का भी नाम लिया है। जिसके बाद सवाल उठ रहा है कि क्या उसने किसी साइको किलर वाली वेबसीरीज को देखने के बाद इस तरह के खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
साक्षी की हत्या के बाद बुलंदशहर से गिरफ्तार किए गए साहिल से दिल्ली पुलिस ककी एक टीम लगातार पूछताछ कर रही है। 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे गए साहिल से हत्या का हर राज उगलवाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस उससे ऑन कैमरा पूछताछ कर रही है। साहिल से राज उगलवाने के लिए पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाई है जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कुछ मनोवैज्ञानिक भी शामिल किए गए हैं। साहिल जितना क्रूर है उतना ही शातिर भी है। वह बार-बार पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता है। हालांकि, अब तक की पूछताछ में पुलिस ने घटना से जुड़े कई अहम सवाल के जवाब उससे उगलवाए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, साहिल ने पूछताछ में कुछ वेबसीरीज का भी नाम लिया है। बताया जा रहा है कि उसने कुछ वेबसीरीज को देखकर इस तरह से वारदात को अंजाम देने का आइडिया लिया। पुलिस इस हत्या के ओटीटी कनेक्शन की भी पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जब उससे यह पूछा कि उसने लड़की को क्यों मारा तो उसने दो टूक जवाब दिया, ‘मैंने साक्षी को सबक सिखा दिया। मुझे कोई पछतावा नहीं है।’
पुलिस ने जब उससे पूछा कि उसने इतनी बेरहमी से क्यों मारा तो बोला- मैं बता नहीं सकता। क्या साक्षी से झगड़ा हुआ था? इसके जवाब में साहिल ने कहा- मुझे कुछ नहीं बोलना। क्या साक्षी को पहले से जानते थे? इस सवाल का जवाब साहिल ने हां में दिया। कत्ल का आइडिया कहां से आया? इसके जवाब में कातिल ने कहा, ‘बस मारना था और मैंने मार दिया।’ साहिल ने अभी तक यह नहीं बताया है कि हत्या में इस्तेमाल चाकू उसने कहां फेंका है।
Source : Hindustan
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नेविगेशन सैटेलाइट एनवीएस-1 का प्रक्षेपण सफल, अब सेना होगी और सशक्त

धरती से लेकर अंतरिक्ष तक भारत की उपलब्धियों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। सोमवार को इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी ISRO ने सफलतापूर्वक नेविगेशन सैटेलाइट NVS-1 को लॉन्च कर दिया है। खास बात है कि यह अंतरिक्ष यान नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन (NavIC) सीरीज का हिस्सा है। इसरो इसके जरिए मॉनिटरिंग और नेविगेशन के क्षेत्र में क्षमता बढ़ाना चाहता है।
https://twitter.com/ANI/status/1663052195343007744
अंतरिक्ष एजेंसी ने दूसरी पीढ़ी की नौवहन उपग्रह श्रृंखला के प्रक्षेपण की योजना बनाई है जो नाविक (जीपीएस की तरह भारत की स्वदेशी नौवहन प्रणाली) सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करेगी। यह उपग्रह भारत और मुख्य भूमि के आसपास लगभग 1,500 किलोमीटर के क्षेत्र में तात्कालिक स्थिति और समय से जुड़ी सेवाएं देगा।
इसरो के सूत्रों ने बताया कि प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती रविवार को सुबह सात बजकर 12 मिनट पर शुरू हो गई थी। खबर है कि 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी अपनी 15वीं उड़ान में 2,232 किलोग्राम वजनी एनवीएस-01 नौवहन उपग्रह को लेकर रवाना हो गया।
इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद, रॉकेट लगभग 251 किमी की ऊंचाई पर भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रह को स्थापित करेगा।
एनवीएस-01 अपने साथ एल1, एल5 और एस बैंड उपकरण ले जाएगा। पूर्ववर्ती की तुलना में, दूसरी पीढ़ी के उपग्रह में स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी भी होगी। इसरो ने कहा कि यह पहली बार है जब स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया जाएगा।
NavIC एक रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम है, जिसे ISRO ने तैयार किया है। यह सात सैटेलाइट्स का एक समूह है, जो ग्राउंड स्टेशन्स के साथ मिलकर काम करता है। यह नेटवर्क नेविगेशन से जुड़ी सेवाएं देता है। कहा जा रहा है कि नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में बेहतर सेवाएं देने के लिए इस सिस्टम को तैयार किया गया है। यह भारतीय सीमा से आगे तक 1500 किमी के क्षेत्र का नेटवर्क कवर करता है।
खबर है कि 1999 में करगिल युद्ध के दौरान भारत को जब मदद की जरूरत पड़ी, तो अमेरिका के हाथों निराशा मिली। GPS मदद से इनकार किए जाने के बाद भारत अपना नेविगेशन सिस्टम तैयार करने लगा था। इसे 2006 में अप्रूव किया गया और माना जा रहा था कि इसे 2011 तक इसे तैयार कर लिया जाएगा। हालांकि, यह पूरी तरह तैयार 2018 तक हो सका।
इस तकनीक का इस्तेमाल जमीन, हवा और पानी में होने वाले परिवहन पर हो सकता है। साथ ही यह लोकेशन आधारित सेवाओं के लिहाज से भी काफी अहम है। ISRO का मानना है कि दूसरी पीढ़ी की नेविगेशन सैटेलाइट सीरीज में NVS-1 पहला है। यह नाविक की विरासत को बनाए रखेगा और Li बैंड में नई सेवाए देगा।
Source : Hindustan
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