मतगणना में पारदर्शिता एवं निष्पक्षता की मांग को लेकर 20 से अधिक विपक्षी दलों ने मंगलवार को चुनाव आयोग (Election Commission) पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) ने जानकारी दी कि विपक्षी दलों ने मतों की गिनती से पहले ईवीएम को कहीं और ले जाने पर चिंता व्यक्त की है।

तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि लोगों के जनादेश में हेरफेर नहीं किया जा सकता है। वहीं, कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि हमने पिछले डेढ़ महीने में इन्हीं मुद्दों को उठाया। हमने चुनाव आयोग से पूछा कि उन्होंने जवाब क्यों नहीं दिया है। अजीब बात है, चुनाव आयोग ने हमें लगभग एक घंटे तक सुना और आश्वासन दिया कि वे कल फिर हमसे मिलेंगे।

वहीं, लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा से चंद दिनों पहले से पहले मंगलवार को दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में विपक्षी दलों के नेताओं ने बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, सपा नेता रामगोपाल यादव, टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू आदि समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इन सभी नेताओं ने राजनीतिक हालात पर तथा सरकार बनाने के दावे के लिए गैर-राजग गठबंधन बनाने की संभावनाओं पर चर्चा के लिए बैठक की।

ममता बनर्जी से नायडू ने की थी मुलाकात

चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को भी बनर्जी से मुलाकात की थी। रविवार को वह संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से नयी दिल्ली में अलग-अलग मिले। उन्होंने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, बसपा अध्यक्ष मायावती और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से भी चर्चा की। इस बीच अखिलेश और मायावती ने भी मुलाकात की और आगे के लिए अपनी रणनीति तय की थी।

लोकसभा चुनाव के लिए सात चरण में मतदान हुआ है और 23 मई को मतगणना होगी। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी के दिशानिर्देश में शनिवार को बैठक की थी जहां मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की गयी। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सिर्फ बाजार का दबाव है।

Input : Hindustan

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.