गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो चुका है। कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद 63 साल की उम्र में पूर्व रक्षा मंत्री ने अंतिम सांस ली। पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर के स्वास्थ्य में पिछले एक साल से उतार-चढ़ाव होता रहा है। बीते दो दिन से उनकी हालत बेहद खराब हो गई थी। इंजीनियर रहे पर्रिकर आईआईटी बॉम्बे के स्टूडेंट थे। लेकिन बहुत जल्द ही उन्हें समझ आ गया था कि वे मशीनों के बीच उलझने के बजाए सामाजिक क्षेत्र में काम करेंगे। एक तरफ सोशल मीडिया पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आम आदमी की तरह जनता के बीच मशहूर हो रहे थे। वहीं, दूसरी तरफ सादगी की असली मिसाल स्वयं मनोहर पर्रिकर ही थे। गोवा के सीएम होने के बावजूद कई साल तक उन्होंने सीएम हाउस का इस्तेमाल नहीं किया था। वे अपने ही घर में रहते थे। पर्रिकर का पूरा राजनीतिक जीवन बेदाग छवि और ईमानदार नेता की रही है।

विधानसभा के लिए करते थे स्कूटर का इस्तेमाल

– लोग पर्रिकर के व्यक्तित्व का हर कोई मुरीद था। गोवा के सीएम रहते हुए पर्रिकर कई बार विधानसभा जाते समय सरकारी गाड़ी को छोड़कर स्कूटर का इस्तेमाल करते थे। इसके साथ ही वो बिना सुरक्षा के किसी भी टी स्टॉल पर खड़े होकर चाय पीते भी नजर आ जाते थे।

– पर्रिकर की यह आदतें गोवा के लोगों के लिए एक आम बात थी। उनकी इसी बेदाग छवि के कारण ही पीएम मोदी ने उन्हें रक्षा मंत्री बनाया था। पर्रिकर नवंबर 2014 से 13 मार्च 2017 तक केंद्रीय रक्षामंत्री रहे थे।

बेटी की शादी में सादा कपड़े देखकर दंग रहे गए थे लोग

– मनोहर पर्रिकर बेहद सादा व्यक्ति थे, ये बात उनके कपड़े देखकर ही पता चलती थी। वो आमतौर पर शर्ट-पैंट में नजर आते थे। जब तक किसी बड़ी ऑफिशियल मीटिंग में न जाना हो, वो साधारण कपड़े पहनना ही पसंद करते थे। उस समय लोग की उनकी सादगी देखकर दंग रह गए थे।

– इतना ही नहीं, बेटे की शादी में भी वो हाफ शर्ट, साधारण पैंट और सैंडिल पहने नजर आए थे। वहीं, पर्रिकर को 16 से 18 घंटे काम करने की आदत थी।

– राजनेता होकर भी बेहद इमोशनल इंसान थे। मार्च 2012 में पर्यटन मंत्री मातनही सलदन्हा के निधन पर उन्हें फूट-फूट कर रोते देखा गया था।

– पर्रिकर फ्लाइट में हमेशा ही इकोनॉमी क्लास में ट्रेवल करते थे। वो मोबाइल और टेलीफोन के बिल का भुगतान अपनी जेब से करते थे। उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बेझिझक इस्तेमाल करते देखा जाता था।

आईआईटी बॉम्बे के स्टूडेंट थे पर्रिकर

मनोहर पर्रिकर का जन्म मापुसा में गोपालकृष्णा और राधाबाई के घर हुआ था। इनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्णा प्रभू पर्रिकर था। पर्रिकर का एक और भाई अवधूत पर्रिकर भी है। पर्रिकर ने शुरुआती पढ़ाई मार्गो के स्कूल से की। हायर सेकंड्री एजूकेशन मराठी मीडियम में की। 1978 में बॉम्बे IIT से metallurgical इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हुए। 1981 में मेधा पर्रिकर से शादी की थी।

Input : Dainik Bhaskar

 

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