पश्चिमी चंपारण और भागलपुर में नोबेल कोरोना वा’यरस के एक-एक सं’दिग्ध की पहचान की गई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। हालांकि अब तक इन्हें सं’दिग्ध ही माना जा रहा है। मंगलवार को दोनों व्यक्तियों की ओरोफेरेंजियल जां’च के नमूने पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजे जाएंगे।

स्टेट सर्विलांस अफसर डॉ. रागिनी मिश्रा ने बताया कि भागलपुर में मीरगंज हाट के समीप एक व्यक्ति और प. चंपारण के लिबर्टी सिनेमा के पास रहने वाले एक व्यक्ति को संदिग्ध मानकर जांच के दायरे में रखा गया है। इससे पहले सीतामढ़ी और सारण के एक-एक व्यक्ति को संदिग्ध मानकर उनकी जांच कराई गई थी। दोनों ही मामलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।

डॉ. मिश्रा ने बताया कि फिलहाल बिहार में कोरोना को लेकर अब तक कहीं से कोई पॉजेटिव केस नहीं मिला है। बावजूद एहतियातन स्वास्थ्य विभाग कई कदम उठा रहा है। गया और पटना एयरपोर्ट पर जांच कैंप बनाए गए हैं। प्रखंड स्तर पर लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

नेपाल से लगती बिहार सीमा के सात जिलों में 98 कैंप लगाए गए हैं जहां अब तक 2358 नेपाल से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है। नेपाल क्षेत्र में ही 91 ग्राम सभाएं कर लोगों को जागरूक किया गया है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल विभाग का फोकस नेपाल क्षेत्र में है, लेकिन दो-तीन रोज में पूरे बिहार में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। गया एयरपोर्ट पर बनाए गए मेडिकल कैंप में अब तक 700 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है। यहां से अब तक कोरोना का एक भी पॉजेटिव केस नहीं मिला है।

कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी के लिए फोन करे 104 पर

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी देने के लिए कॉल सेंटर बनाया है। इस कॉल सेंटर का नंबर 104 है। यदि किसी व्यक्ति को कोरोना से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए या किसी के मन में कोई सवाल उठते हैं या फिर कोई व्यक्ति कोई सूचना देना चाहता है तो वह इस नंबर पर फोन कर सकता है।

Input : Dainik Jagran

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