बूढ़ी गंडक के जलस्तर में बढ़ोतरी का क्रम जारी है। जगह-जगह कटाव जारी है। कई तटबंध पर दबाव बना हुआ है। जलस्तर खतरे के निशान से महज 33 सेंटीमीटर कम है। खतरे का निशान 52.53 मीटर है जबकि जलस्तर 52.20 पर पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में एक फीट की वृद्धि हुई है। जलस्तर में वृद्धि जारी है।

बाढ़ के खतरे का जायजा लेने के लिए एनडीआरएफ की टीम इंसपेक्टर रंजीत कुमार और इंसपेक्टर सतीश कुमार के नेतृत्व में 11 जवानों के साथ सिकन्दरपुर सिढ़ी घाट से नदी में भ्रमण कर रही है। मीनापुर के हरपुर व बजरमुरिया मेंं कटाव के कारण गांव का सड़क संपर्क प्रभावित हो गया है। लस्करीपुर पंचायत के मिठनसराय माधोपुर व पैगंबर कोल्हुआ पंचायत के वार्ड संख्या एक में बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीण गावं से भागकर एनएच 57 फोर लेन पर शरण ले रहे। शहर से सटे इलाके में पानी का दबाव लगातार बढ़ रहा है। एसएसपी कोठी, सीढ़ीघाट सिकंदरपुर कुंडल में पानी का दबाव बना हुआ है।

बांध बचाने में जुटे अभियंता

बाढ़ के दबाव को देखते हुए बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे। अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार चौरसिया, कार्यपालक अभियंता अबरार अरशद ने बांध का निरीक्षण कर वहां चल रहे बचाव काम का जायजा लिया। कार्यपालक अभियंता अरशद ने बताया कि हरपुर व बजरमुडिय़ा गांव तटबंध के अंदर है। गांव में जाने के लिए बने ग्रामीण सड़क पर बारिश के पानी के दबाव से कटाव हुआ था। गांव पर कोई खतरा नहीं है। हर जगह बचाव कार्य चल रहा है।

जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है इसलिए एसएसपी कोठी के पीछे से लेकर दूसरे प्वाइंट पर अभी खास दबाव नहीं है। बावजूद इसके कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इधर अखाड़ाघाट जीरो प्वाइंट से लेकर मीनापुर तक ईसीजी बैग से पीचिंग का काम चलता रहा। सहायक अभियंता अभ्युदय आनंद, कनीय अभियंता ई. सुनील कुमार, अभियंता ई. अभिषेक शर्मा की निगरानी में बचाव कार्य चलाया गया। जानकारी के अनुसार बांध पर अब तक 30 हजार ईसी बैग से पीचिंग का काम पूरा किया गया है। अभी 20 हजार बैग तैयार किया जा रहा है। अभियंताओं का दल बांध पर निरीक्षण कर रहे है।

Input : Dainik Jagran

 

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