INDIA
नोटा से भी कम वोट मिलने पर केजरीवाल की पार्टी को भाजपा ने चिढ़ाया

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच नई जंग छिड़ गई है। दोनों ही दलों को दक्षिण के इस राज्य में निराशा का सामना करना पड़ा है। भाजपा के हाथ से जहां सत्ता फिसल गई है तो अरविंद केजरीवाल की पार्टी के हाथ नोटा से भी कम वोट आए। अब इसी को लेकर भाजपा ने ‘आप’ को चिढ़ाने की कोशिश की तो जवाब भी उसी अंदाज में मिला। आप के सांसद संजय सिंह ने आंध्र प्रदेश चुनाव के आंकड़े दिखाते हुए कहा कि भाजपा को भी नोटा से कम वोट मिले थे।
The also ran in Karnataka no one is talking about…
Arvind Kejriwal’s AAP contested 208 seats out of 224 in Karnataka and lost deposit on all of them. The party got mere 2,25,866 and 0.58% votes, which is even less than NOTA (polled 2,69,763 votes).
Next time someone projects…
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 14, 2023
भाजपा नेता और आईटी डिपार्टमेंट के प्रभारी अमित मालवीय ने कर्नाटक चुनाव में आप के प्रदर्शन को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में इसको लेकर कोई बात नहीं कर रहा है, अरविंद केजरीवाल की ‘आप’ 224 में से 2018 सीटों पर लड़ी और सभी पर जमानत जब्त हो गई। उन्होंने आगे कहा, ‘पार्टी को महज 2,25,866 और 0.58% वोट मिले, जोकि नोटा (2,69,763) को मिले वोट से भी कम है। अगली बार जब कोई केजरीवाल को भारत की उम्मीद बताए तो उन्हें उनकी स्थिति याद दिलाएं।’
भाजपा की ओर से तंज कसे जाने के बाद जवाब देने की जिम्मेदारी आप सांसद संजय सिंह ने संभाली। उन्होंने कुछ डेटा शेयर करते हुए लिखा, ‘अरे ये कब हुआ?2019 में NO NO NO, हमारे मोदी जी 5 साल PM रहे। आंध्र प्रदेश में कई रैलियां की फिर भी 2019 में सभी 173 सीटों पर जमानत जब्त हुई।
NOTA से कम वोट मिले। मात्र .84% वोट मिले। अमित मालवीय क्या ये आकंड़ा सही है? कर्नाटक पर सवाल पूछने से पहले इसका जवाब दे देना।’ गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई तो भाजपा को 66 सीटों से संतोष करना पड़ा है।
Source : Hindustan
INDIA
ओडिशा रेल हादसे की जांच करेगी CBI, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान

ओडिशा रेल हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश रेलवे ने कर दी है. ये जानकारी रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भुवनेश्वर में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी. उन्होंने बताया कि मेन लाइन पर मरम्मत का काम पूरा हो चुका है. विद्युतीकरण का काम अभी भी जारी है. रेलवे घायल और मृतकों के परिजनों के संपर्क में है. रेलवे ने सिफारिश की है कि जांच सीबीआई से कराई जाए. सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आगे की जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जाएगा. इसकी सिफारिश रेलवे बोर्ड की तरफ से किया जा रहा है.
बता दें कि ओडिशा के बालासोर में जहां ट्रेन हादसा हुआ है, वहां चौबीसों घंटे काम युद्धस्तर पर चल रहा है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार घटनास्थल पर मौजूद हैं. सैकड़ों रेल कर्मी, राहत बचाव दल के जवान, टेक्नीशियन्स से लेकर इंजीनियर्स तक दिन रात काम कर रहे हैं. हादसे के बाद घटनास्थल पर जो हालात थे, वो तेजी से बदलते जा रहे हैं. पटरी पर बिखरी बोगियां अब हटाकर किनारे की जा चुकी हैं. हादसे के बाद दोनों एक्सप्रेस ट्रेन और मालगाड़ी के बचे हुए डिब्बे भी पटरी से हटाए जा चुके हैं. बोगियों में फंसे लोगों को पहले ही निकाला जा चुका है और अब ट्रैक के रिस्टोरेशन का काम तेजी से चल रहा है.
बताते चलें कि रेल मंत्री ने भले ही हादसे की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की हो, लेकिन साथ ही रेलवे सुरक्षा आयोग की जांच भी जारी रहेगी. रेल मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सभी एंगल से जांच की जरूरत है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. यह पहली बार नहीं है जब किसी रेल हादसे की सीबीआई जांच शुरू की गई है.
टीएमसी ने रेल मंत्री के बयान को लेकर सवाल उठा हैं. पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सीबीआई जांच का आदेश देना पूरी तरह से नौटंकी है. लोगों को गुमराह करना है. रेलवे की लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए कुछ लोगों की बलि चढ़ जाएगी. रेलवे विभाग जो कहना चाहता है, वह सीबीआई को बताया जाएगा. क्योंकि, रेलवे और सीबीआई, दोनों के शीर्षस्थों का नियंत्रण एक ही स्थान पर है. सीबीआई को मूल शिकायत तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच अपने हाथ में रखे. वहां कई कुशल अधिकारी हैं. लेकिन बीजेपी ऊपर से प्रभाव डालती है. क्या कुछ लोगों के कंधों पर जिम्मेदारी डालकर रेलवे विभाग की लापरवाही से बचने के लिए यह चालाकी भरा और प्रचार-प्रसार का कदम है? रेलवे और सीबीआई, दोनों का रिमोट कंट्रोल एक ही हाथ में है. इस जांच का उद्देश्य और निष्कर्ष जानने के लिए.
ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे को 2 दिन बीत चुके हैं. 2 दिनों से लगातार चौबीसों घंटे घटनास्थल पर राहत बचाव कार्य चल रहा है. दो दिनों के बाद ट्रेन की बोगियों में फंसे सारे शव निकाले जा चुके हैं. हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है, जबकि घायलों की संख्या 1100 से अधिक है. अस्पतालों में लावारिस शवों के ढेर लगे हुए हैं. आलम ये है कि अस्पतालों के मुर्दाघरों में जगह नहीं बची है. शवों की संख्या को देखते हुए स्कूल और कोल्ड स्टोरेज को मुर्दाघर में तब्दील कर दिया गया है.
शुक्रवार शाम ऐसे हुआ हादसा
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे बालासोर के बहानगा रेलवे स्टेशन पर दो ट्रेन और एक मालगाड़ी की आपस में टक्कर हो गई थी. रेलवे की तरफ से कहा गया कि ट्रेन नंबर 12481 कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन के (शालीमार-मद्रास) मेन लाइन से गुजर रही थी, उसी वक्त अप लूप लाइन पर वो मालगाड़ी से टकरा गई. ट्रेन पूरी रफ्तार (फुल स्पीड) में थी और उसे स्टेशन पर रोकना संभव नहीं था. इसका परिणाम ये हुआ कि 21 कोच डीरेल हो गए और 3 कोच डाउन लाइन पर चले गए. हर स्टेशन पर दूसरी ट्रेन पास कराने के लिए लूप लाइन होती है. बहानगा बाजार स्टेशन पर अप और डाउन, दो लूप लाइन हैं. किसी भी ट्रेन को लूप लाइन पर तब खड़ा किया जाता है, जब किसी ट्रेन को स्टेशन से पास कराया जाना हो.
इसी समय डाउन लाइन की ट्रेन 12864 यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहानगा बाजार स्टेशन से गुजर रही थी और उसकी कोरोमंडल से टक्कर हो गई. इसके बाद हावड़ा एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. रेलवे की तरह से बताया गया है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस में 1257 लोगों ने रिजर्वेशन कराया था जबकि हावड़ा यशवंत पुर एक्सप्रेस में 1039 लोगों ने रिजर्वेशन कराया था. बहानगा बाजार स्टेशन पर भी कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस को पास कराने के लिए मालगाड़ी को कॉमन लूप लाइन पर खड़ा कराया गया था. कोरोमंडल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से मेन अप लाइन से गुजर रही थी. उस समय डाउन लाइन से यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस भी गुजर रही थी.
Source: Aaj Tak
INDIA
‘हादसा विचलित करने वाला, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा’, बालासोर में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा हादसे के हालात की समीक्षा के लिए शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा भाजपा ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए। इनमें मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल रहे।
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा प्रधानमंत्री
बालासोर, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ओडिशा रेल दुर्घटना के लिए दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मोदी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों से अस्पताल में मुलाकात की। वहीं, दुर्घटनास्थल पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री ने अस्पताल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम घायलों को सर्वश्रेष्ठ उपचार मुहैया कराएंगे। उन्होंने लोगों को बचाने में मदद के लिए स्थानीय लोगों का भी आभार व्यक्त किया, जिनमें से कई लोगों ने रातभर काम किया। हादसे के बारे में उन्होंने कहा, मेरे पास पीड़ा व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। ईश्वर हमें इस स्थिति से उबरने की शक्ति दे। पीएम ने घटनास्थल से कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य मंत्री से फोन पर बात की। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टर बालासोर और कटक भेजे गए हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा हादसे के हालात की समीक्षा के लिए शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा भाजपा ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए। इनमें मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल रहे।
INDIA
साक्षी को 34 चाकू मारने वाले साहिल को नहीं पछतावा, बोला- सिखाया सबक

दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में 16 साल की लड़की साक्षी को 34 बार चाकू मारकर पत्थर से कुचलने वाले हैवान साहिल खान को अपनी करतूत पर कोई पछतावा नहीं है। साहिल का कहना है कि उसने साक्षी को सबक सिखा दिया है। पूछताछ में साहिल ने कुछ वेबसीरीज का भी नाम लिया है। जिसके बाद सवाल उठ रहा है कि क्या उसने किसी साइको किलर वाली वेबसीरीज को देखने के बाद इस तरह के खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
साक्षी की हत्या के बाद बुलंदशहर से गिरफ्तार किए गए साहिल से दिल्ली पुलिस ककी एक टीम लगातार पूछताछ कर रही है। 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे गए साहिल से हत्या का हर राज उगलवाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस उससे ऑन कैमरा पूछताछ कर रही है। साहिल से राज उगलवाने के लिए पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाई है जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कुछ मनोवैज्ञानिक भी शामिल किए गए हैं। साहिल जितना क्रूर है उतना ही शातिर भी है। वह बार-बार पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता है। हालांकि, अब तक की पूछताछ में पुलिस ने घटना से जुड़े कई अहम सवाल के जवाब उससे उगलवाए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, साहिल ने पूछताछ में कुछ वेबसीरीज का भी नाम लिया है। बताया जा रहा है कि उसने कुछ वेबसीरीज को देखकर इस तरह से वारदात को अंजाम देने का आइडिया लिया। पुलिस इस हत्या के ओटीटी कनेक्शन की भी पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जब उससे यह पूछा कि उसने लड़की को क्यों मारा तो उसने दो टूक जवाब दिया, ‘मैंने साक्षी को सबक सिखा दिया। मुझे कोई पछतावा नहीं है।’
पुलिस ने जब उससे पूछा कि उसने इतनी बेरहमी से क्यों मारा तो बोला- मैं बता नहीं सकता। क्या साक्षी से झगड़ा हुआ था? इसके जवाब में साहिल ने कहा- मुझे कुछ नहीं बोलना। क्या साक्षी को पहले से जानते थे? इस सवाल का जवाब साहिल ने हां में दिया। कत्ल का आइडिया कहां से आया? इसके जवाब में कातिल ने कहा, ‘बस मारना था और मैंने मार दिया।’ साहिल ने अभी तक यह नहीं बताया है कि हत्या में इस्तेमाल चाकू उसने कहां फेंका है।
Source : Hindustan
-
BOLLYWOOD2 weeks ago
60 साल की उम्र में दूसरी बार दूल्हा बने अभिनेता आशीष विद्यार्थी
-
MUZAFFARPUR3 weeks ago
बाबा गरीबनाथ की नगरी में दिव्य दरबार लगाएंगे बागेश्वर सरकार! स्थल निरिक्षण करने पहुंची टीम
-
BIHAR2 weeks ago
8 साल पहले सिर से उठा था पिता का साया, बेटी ने IAS टॉपर बन लौटाई मां की मुस्कान
-
INDIA3 weeks ago
बिना कोचिंग-ट्यूशन मजदूर की बेटी बनी टॉपर, 500 में पाए 496 नंबर, आईपीएस बनने का सपना
-
BIHAR1 week ago
वौष्णों देवी जा रही बस खाई में गिरी, बिहार के 10 लोगों की मौत, 56 घायल
-
BIHAR2 weeks ago
UPSC में बिहार की बादशाहत कायम … बक्सर की बेटी गरिमा लोहिया को मिला दूसरा रैंक
-
VIRAL3 weeks ago
हैवानियत : न कांपे हाथ न पसीजा कलेजा, इकलौते बेटे ने मां-बाप को तड़पा-तड़पाकर मारा
-
AUTOMOBILES3 weeks ago
10 साल की वारंटी और कीमत बेहद कम! हौंडा ने इन राज्यों में स्पेशल प्राइस में लॉन्च की ये सस्ती बाइक