अनलाॅक-1 के तहत देश के बड़े हिस्से में 8 जून से रेस्टाेरेंट, धार्मिक स्थल और माॅल खुलने जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार काे रेस्टाेरेंट और धार्मिक स्थल खाेलने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्राेसीजर (एसओपी) जारी किया। रेस्टाेरेंट में आधी  सीटें खाली छाेड़नी हाेंगी। वहां बैठकर खाने के बजाय लाेगाें काे टेक अवे के लिए प्राेत्साहित किया जाएगा। वहीं, धार्मिक स्थलाें में प्रसाद बांटने और घंटी बजाने पर राेक रहेगी। यहां प्रवेश से पहले हाथ-पैर साबुन से धाेने हाेंगे। रेस्टाेरेंट और धार्मिक स्थलाें में उन्हीं लाेगाें काे प्रवेश मिलेेगा, जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं। दाेनाें जगहाें पर भीड़ जमा हाेने पर राेक रहेगी। 65 साल से अधिक के बुजुर्गाें, 10 साल से छाेटे बच्चाें, गर्भवतियाें और बीमार लाेगाें काे इन जगहाें पर जाने से बचने की सलाह दी गई है।

मंदिर : मूर्ति नहीं छू सकेंगे, सामुदायिक रसाेई-लंगर-अन्नदान होगा

  • बिना फेस मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा। संभव हाे ताे थाेड़े-थाेड़े श्रद्धालओं काे अलग-अलग समय पर बुलाया जाएगा।
  • जूते-चप्पल अपनी गाड़ी में ही उतारने हाेंगे। नहीं ताे परिवार के सदस्याें काे जूताघर के स्लाॅट्स में खुद ही अपने जूते रखने हाेंगे।
  • श्रद्धालओं काे कतार में साेशल डिस्टेंसिंग से ही खड़ा हाेना हाेगा। आने और  जाने के रास्ते अलग-अलग हाेने चाहिए।
  • मूर्तियाें और  पावन ग्रंथाें काे छूने पर राेक रहेगी। घंटियां भी नहीं बजा सकेंगे। भजन मंडलियाें के कीर्तन पर भी राेक रहेगी। सिर्फ रिकार्डेड संगीत बजाया जा सकता है।
  • मंदिर में बैठकर पूजा करने के लिए श्रद्धालु अपने घर से ही मैट या कपड़ा लेकर आएंगे, जाे जाते वक्त वापस ले जाना हाेगा।
  • धर्म स्थलाें के अंदर प्रसाद बांटने, पवित्र जल छिड़कने से कामाें पर राेक रहेगी। सामुदायिक रसाेई, लंगर, अन्नदान इत्यादि साेशल डिस्टेंसिंग के साथ खुल सकेंगे।

माॅल : एसी 24-30 डिग्री, ह्यूमिडिटी 40-70 प्रतिशत रखनी होगी

  • एक समय में किसी भी दुकान में लाेगाें की संख्या कम से कम रखी जाएगी, ताकि साेशल डिस्टेंसिंग का पालन हाे।
  • पार्किंग और माॅल परिसर के बाहर भीड़ काे संभालने के लिए प्रबंधन द्वारा उचित व्यवस्था करनी होगी।
  • एलिवेटर में लोगों की सीमित संख्या तय करनी होगी।
  • फूड काेर्ट में आधी  से ज्यादा सीटाें पर लाेगाें काे नहीं बैठाया जाएगा।
  • आर्डर और पेमेंट का सिस्टम ऐसा होना चाहिए कि लाेग कम से कम एक-दूसरे के संपर्क में आएं ।

स्टाेरेंट : बैठकर खाने के बजाय घर ले जाने काे बढ़ावा देंगे

  • बैठकर खाने के बजाय टेक अवे काे बढ़ावा दिया जाएगा। हाेम डिलीवरी करने वाला स्टाफ पैकेट हाथ में थमाने के बजाय दरवाजे पर रखेगा। हाेम डिलीवरी के लिए  निकलने से पहले रेस्टाेरेंट में ही कर्मचारी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।
  • रेस्टाेरेंट के एंट्री गेट पर हाथ सैनिटाइज करने और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था हाेगी। सभी कर्मचारियाें काे मास्क पहनकर रहना हाेगा। अलग-अलग वक्त पर थाेड़े-थाेड़े कर्मचारी बुलाए जाएंगे। काेराेना से बचाव के उपायाें के पाेस्टर और ऑडियो -वीडियाे मैसेज प्रमुखता से चलेंगे।
  • वैले पार्किंग की सुविधा हाेगी ताे गाड़ी के स्टीयरिंग, डाेर हैंडल, चाबी इत्यादि काे पूरी तरह संक्रमण मुक्त किया जाएगा।
  • रेस्टाेरेंट में डिस्पाेजेबल मेन्यू इस्तेमाल करने हाेंगे। कपड़े के नैपकिन के बजाय डिस्पाेजेबल पेपर नैपकिन इस्तेमाल करने हाेंगे। हर नए ग्राहक के बैठने से पहले मेज सैनिटाइज की जाएगी।
  • गेमिंग अार्केडआर्केड  और  बच्चाें के खेलने की जगहें बंद ही रहेंगी।

Input : Dainik Bhaskar

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