बिहार में शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चल रहा है. पूरे राज्य में भारी मात्रा में देशी और विदेशी शराब बरामद की जा रही है और बड़ी संख्या में कानून का उल्लंघन करने वाले लोग गिरफ्तार किए जा रहे हैं. इस बीच बिहार पुलिस मुख्यालय ने साल 2021 का आंकड़ा जारी किया है. इस आंकड़े के अनुसार साल भर में 45 लाख 37 हजार 81 लीटर शराब पूरे बिहार में जब्त की गई है. इसमें 15 लाख 62 हजार 354 लीटर देसी शराब और 29 लाख 74 हजार 727 लीटर अंग्रेजी शराब पकड़ी गई है. कानून के तहत कोर्ट में ट्रायल के बाद 310 अभियुक्तों को सजा सुनाई गई है.
बिहार पुलिस द्वारा जारी आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि साल 2021 के दौरान शराबबंदी कानून के उल्लंघन से जुड़े मामलों में 66 हज़ार 258 केस दर्ज किए गए वहीं 82 हजार 903 अभियुक्तों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसमें सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि शराबबंदी कानून के उल्लंघन से जुड़े मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में 2046 अभियुक्त दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं. ट्रायल के बाद इसमें 310 अभियुक्तों को सजा भी सुनाई गई है. साल 2021 में पुलिस ने शराबबन्दी कानून के तहत 14 हज़ार 812 वाहनों को जब्त किया.
इन वाहनों में 10212 दोपहिया वाहन हैं. जब्त वाहनों में 612 ट्रक हैं, जिनका इस्तेमाल शराब की तस्करी के लिए किया जा रहा था. इन ट्रकों में ज्यादातर पंजाब और हरियाणा के भी ट्रक हैं. यानी हर महीने 51 ट्रक पकड़े गये. यही नहीं कानून का उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई की गई है. 2021 में 30 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को सरकारी सेवा से ही बर्खास्त कर दिया गया जबकि 134 के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है.
इसके साथ ही 45 पदाधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जबकि 17 पुलिस अफसरों को थानाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है. जिन जिलों में सबसे ज्यादा शराब की बरामदगी की गई उसमें वैशाली पहले पायदान पर है जहां 5,20, 814 पटना में 3,97,071 मुजफ्फरपुर 2,86, 537 औरंगाबाद 2,71 359 जबकि मधुबनी 2,60,620 लीटर शराब मिली है. जिन जिलों में सबसे ज्यादा गिरफ्तारी की गई उसमें राजधानी पटना अव्वल नंबर पर है. यहां 8 हजार 876 लोग गिरफ्तार किये गये हैं. सारण में 4698, मुजफ्फरपुर में 4469 और मोतिहारी मे 3601 जबकि गोपालगंज में 3470 लोग गिरफ्तार किये गये हैं.
Source : News18