पुरानी गुदरी रोड का नाम देवी प्रसाद भीमसेरिया पथ किए जाने पर स्थानीय लोग भड़क उठे। गुरुवार को शिलान्यास के कुछ देर के बाद ही स्थानीय लोगों ने गली में लगाए गए देवी प्रसाद भीमसेरिया पथ के बोर्ड व शिलापट्ट तोड़ डाला। लोगों ने कहा कि बिना मोहल्लावासियों की सहमति के नगर निगम ऐसा कैसे कर सकता है। यह मोहल्लावासियों का अपमान है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।

नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने आम्रपाली ऑडिटोरियम से शहर की दर्जनों सड़कों का शिलान्यास किया था। इसमें गुदरी की यह गली भी शामिल थी। निगम ने गली का नाम ही बदल दिया। गुदरी रोड का नाम देवी प्रसाद भीमसेरिया पथ कर दिया गया। नया बोर्ड के साथ शिलापट्ट भी लगा दिया गया। मोहल्लावासियों ने जब इसे देखा तो आक्रोशित हो गए। बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और निगम के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद शिलापट्ट व बोर्ड दोनों को उखाड़ फेंका।

मामले में वार्ड पार्षद अब्दुल बाकी ने कहा कि बोर्ड की पिछली बैठक में नाम बदलने पर सहमति बनी थी। इसी आधार पर मंत्री ने उद्घाटन किया और नए नाम का बोर्ड लगाया गया। स्थानीय लोगों ने इस पर गंभीर आपत्ति जताई है। बोर्ड उखाड़ दिया व शिलापट्ट तोड़ दिया। उनकी भावनाओं को निगम तक पहुंचाया जाएगा। वहीं, पूर्व वार्ड पार्षद मुकेश कुमार विजेता ने कहा कि हंगामा व शोर सुनकर जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तब तक लोग बोर्ड गिरा चुके थे। स्थानीय लोग पुरानी गुदड़ी रोड का नाम बदलने से काफी गुस्से में थे। मैंने किसी तरह लोगों को शांत कराया। उधर, मोहल्लावासी नागेंद्र महतो, विक्रम पटेल, अविनाश कुमार व मनोज कुमार महतो ने कहा कि निगम का यह गलत फैसला है। किसी एक व्यक्ति के नाम पर इतना पुराना नाम कैसे बदला जा सकता है। हमलोगों को यह फैसला मंजूर नहीं है। पुरानी गुदड़ी मुजफ्फरपुर की पहचान है। इसे बदलने का क्या औचित्य है।

वहीं, नगर आयुक्त संजय दूबे ने कहा कि इस घटना की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। घटना की जांच कर इस बारे में उचित कार्रवाई की जाएगी।

Input : Hindustan

 

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