बिहार में जारी सियासी उथल पुथल के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर एक बार जातीय जनगणना के मुद्दे को उठाया है. बिहार विधानसभा परिसर में बुधवार को शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने ये मांग की, कि बिहार सरकार विधानसभा के इसी सत्र में अपने खर्च से राज्य में जातीय जनगणना कराने की घोषणा करे. तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में मंत्री नित्यानंद राय ने एक बार जातीय जनगणना कराने से इनकार कर दिया है. ऐसे में राज्य सरकार को इसी सत्र में घोषणा करना चाहिए कि राज्य सरकार अपने खर्चे पर जातीय जनगणना कराएगी.
तेजस्वी ने इस बात पर जताया आश्चर्य
तेजस्वी ने कहा कि अभी तक सर्वदलीय बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नहीं बुलाई गई है. वहीं, विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिलने के मामले में उन्होंने कहा कि ये अद्भुत है कि ये लोग विधानसभा में बोतल गिन रहे हैं, लेकिन शराब कहां से आई, इतने जिलों को क्रॉस करके पटना तक शराब कैसे पहुंची, इसकी जांच में इन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है. ये लोग ईमानदारी से जांच करते तो सबों को शर्मिंदा नहीं होना पड़ता. आज इन्हीं लोगों की वजह से बिहार की बदनामी हो रही है.
शराबबंदी कानून को लेकर मचा है बवाल
बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर बवाल मचा हुआ है. विपक्ष के नेता शराबबंदी कानून को विफल बताते हुए नीतीश सरकार पर हमलावर हैं. इसी क्रम में मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतल मिली, जिसके बाद बवाल मच गया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को जमकर घेरा.
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, “अदभुत! बिहार विधानसभा परिसर के अंदर में शराब की बोतलें बरामद. अभी शीतकालीन सत्र चल रहा है. CM के चेंबर से मात्र चंद कदम की दूरी पर विभिन्न ब्रांड की शराब ही शराब उपलब्ध. कड़ी सुरक्षा के बीच चालू सत्र में ही विधानसभा में शराब मिल रही है, शेष बिहार की आप बस कल्पना कीजिए! शर्मनाक!”
Source : ABP News
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