एमआईटी (मुजफ्फरपुर इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में विश्वविख्यात गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर शोध केंद्र बनकर तैयार हो गया है। इसका नाम वशिष्ठ नारायण सिंह कंप्यूटर अनुरोपण शोध प्रयोगशाला रखा गया है। 72 कंप्यूटर की क्षमता वाले इस रिसर्च सेंटर को प्रोग्रामिंग आधारित अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर से लैस किया गया है। इसमें संस्थान में पढ़ाई करने वाले एमटेक के स्टूडेंट्स के साथ-साथ विभिन्न फैकल्टी के शिक्षक रिसर्च करेंगे। साथ ही इस केंद्र को सूबे में मॉडल केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है ताकि राज्य के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षक व शोधार्थी रिसर्च कर सकें। डीएसटी यानी डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की अनुमति के बाद इसका नामकरण किया गया है। सरकार की ओर से अनुमति मिलने पर इसका उद्घाटन होगा। टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम-3 के तहत इसका निर्माण कराया गया है। प्राचार्य डॉ. जेएन झा ने बताया कि रिसर्च सेंटर में महान गणितज्ञ की पोट्रेट लगाई जाएगी। कैंपस में रिसर्च सेंटर स्थापित होने से एमआईटी को एनबीए से एक्रीडिटेशन में फायदा होगा। इन दिनों कॉलेज के एक्रीडिटेशन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। सूबे में नालंदा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चंडी के एक ब्रांच और लोकनायक जयप्रकाश इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एक ब्रांच का विजिट एक्सपर्ट टीम कर चुकी है।

Input : Dainik Bhaskar

 

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