अपने घर की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाकर बिजली बिल की झंझट से निजात पा सकते हैं। राज्य सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना के तहत अक्षय उर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने वाले उपभोक्ताओं को अनुदान देने का निर्णय लिया है। 1 से 3 किलोवाट तक का रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने वालों को 65 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। उपभोक्ता को केवल 35 प्रतिशत राशि खर्च करनी होगी। एक किलोवाट रूफटॉप सोलर प्लांट की लागत करीब 49710 रुपए है। राज्य सरकार से अनुदान के बाद उपभोक्ता को महज 17400 रुपए खर्च करना होगा। इसका 5 साल तक मेंटेनेंस सोलर प्लांट लगाने वाली एजेंसी नि:शुल्क करेगी। सामान्यतया 25 वर्ष तक सोलर पैनल कार्य करता है।
पहले आओ पहले पाओ की नीति पर मिलेगी मंजूरी
22 जून से ऑन लाइन आवेदन
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के उपभोक्ता sbpdcl.co.in और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के उपभोक्ता nbpdcl.co.in पर जाकर ऑन लाइन के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। आवेदन लेने की शुरूआत 22 जून को सुबह 11 बजे से होगी। साउथ बिहार के 17 जिलों में 3 मेगावाट और नॉर्थ बिहार के 21 जिलों में 2 मेगावाट की क्षमता का रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करने का फैसला किया गया है। आवेदक की संख्या अधिक होने पर पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर प्लांट लगाने की स्वीकृति दी जाएगी।
कितनी होगी बिजली बिल की बचत
अगर 1 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर प्लांट लगाते हैं तो इसकी लागत करीब 49710 रुपए है। इस पर सरकारी का अनुदान 65% है। उपभोक्ता को प्लांट लगाने के लिए करीब 17400 रुपए खर्च करने है। इस प्लांट से एक साल में औसत 1490 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। यानी 6989 रुपए की बिजली बचत होगी। उपभोक्ता द्वारा प्लांट लगाने में खर्च होने वाली राशि का करीब 2.5 वर्ष में वापस हो जाएगा।
Input : Dainik Bhaskar